अन्य प्रदेशों से बिहार आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल हुआ जारी

कोरोना संकट ने देशभर में लोगों कई जगहों पर फंसे लोग अपने घर वापसी को तरस रहे हैं जिसकी वजह से हर राज्य कुछ कुछ समय पर लोगों के आने का विकल्प ढूंढ रही है इस बीच बिहार के लगातार आग्रह पर केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों, मजदूरों और पर्यटकों को एक गाइडलाइन का पालन करते हुए घर लौटने की अनुमति दे दी है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहली खेप में जयपुर से 1187 प्रवासी मजदूर वापस आ गए।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का जारी हुआ शेड्यूल
यही नहीं कई राज्यों ने ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से प्रवासी साथियों को उनके घर भेजने की व्यवस्था तो शुरू कर दी है लेकिन अगर आपका राज्य सूची में अंकित किसी राज्य में हैं तो सम्बंधित राज्य द्वारा जारी लिंक की सहायता से अपना पंजीकरण कर सकते हैं। इस बीच उन्होंने कहा कि बिहार पहुंचने पर स्टेशन से उन्हें जिला और फिर प्रखंड में भेजने की भी पूरी व्यवस्था सरकार ने कर ली है। बाहर से आने वाले लोगों को 21 दिनों तक कोरेंटाइन सेंटर पर ही रखा जाएगा। इसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी।
हालांकि इस बार प्रत्यय अमृत ने कहा कि कुछ शिकायतें आ रही है कि नोडल पदाधिकारियों को जो नंबर दिया गया है, उस पर बात नहीं हो पाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये नंबर जनता के लिए नहीं था, बल्कि संबंधित राज्य और रेलवे के अधिकारियों से बात करने के लिए थी। इसके बावजूद जो भी फोन आते हैं, उसका रिकॉर्ड रखा गया है।