नागरिकता संशोधन कानून : तेजस्वी यादव और उपेंद्र कुशवाहा समेत 25 पर केस दर्ज

तेजस्वी पर केस दर्ज : नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ बिहार बंद कराना राजद, कांग्रेस और रालोसपा के नेताओं को महंगा पड़ गया है। बंद के दौरान प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा, उपद्रव, सड़क जाम और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में पटना जिला प्रशासन ने 25 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। मजिस्ट्रेट सरोज कुमार तिवारी के बयान पर पटना के कोतवाली थाना में इन सभी नेताओं को आरोपी बनाते हुए केस दर्ज किया गया है। राजद के जिन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है उनमें प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पार्टी के वरीय नेता शिवानन्द तिवारी और विधायक भाई वीरेंद्र के नाम शामिल हैं।
तेजस्वी यादव पर केस दर्ज :
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और एमएलए शकील अहमद को भी आरोपी बनाते हुए प्राथिमिकी दर्ज की गई है। इसके साथ ही रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा पर भी केस दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रशासन ने सैकड़ों अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया है। इन सभी पर आईपीसी की धारा 188, 147, 148, 353, 504 समेत कई धाराएं लगाई गई हैं।
पटना पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में रही :
आप को बता दें कि शनिवार को बिहार बंद के दौरान पटना पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में रही और उपद्रव और मीडिया से मारपीट करने वाले उग्र प्रदर्शनकरियों को छुआ तक नहीं। हालांकि, राज्य पुलिस मुख्यालय ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन पटना पुलिस कार्रर्रवाई से बचती रही। निजी चैनल के पत्रकार प्रकाश सिंह ने भी कोतवाली थाने में केस दर्ज कर अज्ञात असमाजिक तत्वों पर हमला करने का आरोप लगाया है। पत्रकार द्वारा दर्ज केस को लेकर पटना के एसएसपी लॉ एंड आर्डर स्वर्ण प्रभात ने कार्रवाई का दावा किया है।
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