बाहुबली MLC ने बेटी की शादी में आने वाले मेहमानों से किया ये अनुरोध

मेहमानों से अनुरोध : बिहार के बाहुबली और विधान पार्षद रीतलाल यादव इन दिनों चर्चा में हैं। चर्चा की वजह रीतलाल यादव की बेटी की शादी का कार्ड बना हुआ है। दरअसल, हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के कई संगीन मामलों के आरोप में बेउर जेल में बंद पार्षद रीतलाल यादव की बेटी की शादी होने वाली है। आगामी 4 फरवरी को होने वाली शादी के लिए कार्ड छपवाए गए हैं, जो मेहमानों की सूची बनाकर बांटे भी जा रहे हैं। इस कार्ड में विधान पार्षद की ओर से मेहमानों से खास अपील की गई है। कार्ड के ऊपर ही मोटे अक्षरों में लिखा गया है, ‘शादी में हथियार लाना वर्जित है’। इसी वजह से बंटने के साथ ही यह कार्ड सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा है।
मेहमानों से अनुरोध : कार्ड पे लिखवाया
MLC रीतलाल यादव की बेटी की शादी को लेकर उनके पैतृक गांव कोथवा में तैयारियां चल रही हैं। उनकी छवि को देखते हुए इस बात की पूरी संभावना है कि विधान पार्षद की बेटी की शादी में काफी संख्या में बाहुबली छवि के लोग आ सकते हैं। लिहाजा, उनका परिवार नहीं चाहता है कि शादी को लोग इस रूप में याद रखें। इसलिए शादी के कार्ड पर विशेष निर्देश छपवाया गया है। हालांकि कुछ लोग इसे प्रशासन द्वारा शादियों में हर्ष फायरिंग पर रोक का असर तो कुछ रीतलाल यादव का ‘आत्मबोध’ भी बता रहे हैं। जो भी हो, रीतलाल यादव कार्ड पर छपे इस निर्देश से सिर्फ इतना ही साबित करना चाहते हैं कि बिटिया की शादी में वे केवल एक पिता हैं, जो बगैर किसी ‘झंझट’ के शांतिपूर्ण तरीके से यह विवाह समारोह कराना चाहते हैं।
बेटी का कर सकते है कन्यादान :
आपको बता दें कि हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के विभिन्न मामलों के आरोपी MLC रीतलाल यादव अभी पटना के बेउर सेंट्रल जेल में बंद हैं। बेटी की शादी में शामिल होने के लिए उन्होंने पेरोल पर जमानत की अर्जी दी है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि एमएलसी की दिली इच्छा है कि वे अपनी बिटिया का कन्यादान करें। इसलिए उन्हें पेरोल पर जमानत मिल जाएगी। इधर, रीतलाल यादव की बेटी की शादी में शामिल होने की खबर से पटना पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने सिटी एसपी वेस्ट को इस मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।आपको बता दें कि बिहार में अपराध की दुनिया में रीतलाल यादव का नाम नया नहीं है।दानापुर में भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के बाद उनका नाम चर्चा में आया था। कभी राजद के साथ उनके बेहतर संबंध भी रहे थे। लेकिन आजकल वे निर्दलीय एमएलसी हैं।