सफाई कर्मियों की हड़ताल का पांचवा दिन , पटना की सड़कों का हाल – बेहाल

हड़ताल का पांचवा दिन : नगर निगम सफाई कमर्चारियों की हड़ताल का गुरुवार को पांचवा दिन था। ऐसे में अब पटना की हालत नारकीय होती जा रही है। राजधानी की सड़कों पर कूड़े का अम्बार लगा है, हजारों टन कचरा शहर के अलग अलग इलाकों में बिखरा परा है।कई जगह मरे हुए जानवर पड़े हैं, उनकी दुरगंध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। साथ ही संक्रमण का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
हड़ताल का पांचवा दिन : व्यवस्थाएं चरमराई
नगर निगम में 43 सौ कर्मचारी है जिसके कंधे पर साफ सफाई का जिम्मा है। इन सभी कर्मचारियों के एक साथ हड़ताल पर जाने के बाद सफाई व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। जिला प्रशासन के पास इससे निपटने का कोई वैकल्पिक प्लान नहीं होने के कारण पूरा महकमा मूकदर्शक बना नजर आ रहा है।दरअसल सरकार ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि नगर निगम में चतुर्थ वर्गीय पदों पर तैनात दैनिक कर्मचारियों से अब निगम काम नहीं लेगा, इसकी जगह आउटसोर्सिंग के जरिए काम कराया जाएगा। इसके बाद सरकार के फैसले को इन कर्मचारियों ने चुनौती दी और हड़ताल पर चले गए।
सुरेश शर्मा का आवास भी नही बच पाया :
प्रशासन की सख्ती के बाद भी सफाई कर्मियों का गुस्सा अपने चरम पर है। सफाई कर्मीयों ने सुबे के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के आवास को भी नहीं छोड़ा, उन्होंने मंत्री आवास के बाहर मरा हुआ जानवर फेंक दिया।
अब समझ सकते है की गंदगी से क्या हाल हो रहा होगा,क्योंकि उसमें से बदबू तक आने लगती है ज़्यादा दिन का हो जाता है तो। अब देखना है की ये हड़ताल कब तक चलता है।