लड़कियों का कब्रिस्तान क्यों बनता जा रहा है बिहार ?

लड़कियों का कब्रिस्तान : बिहार तेजी से लड़कियों के लिए कब्रिस्तान में बदल रहा है जिनमें से कई अपने ही परिवार के सदस्यों या उनके प्रेमियों द्वारा कथित तौर पर मारी गई हैं। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के सिकरपुर थाना अंतर्गत एक गाँव में मंगलवार को एक भयानक घटना में एक गर्भवती लड़की को उसके प्रेमी ने कथित रूप से जला दिया।
पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक ने कहा, “दोनों में प्रेम संबंध थे। लड़की महीनों से गर्भवती होने का दावा करती रही। वह शादी के लिए दबाव बना रही थी। लगातार दबाव से नाराज होकर, आरोपी लड़के ने उसे आग लगा दी। चोटों से लड़ते हुए लड़की ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
शेल्टर होम रेप केस : अदालत ने 14 जनवरी तक फैसला टाला
लड़कियों का कब्रिस्तान : आखिर पीड़िताओं को न्याय कब मिलेगा ?
महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं राज्य के अन्य हिस्सों से भी हुई हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में दो दिन पहले बलात्कार के प्रयास का विरोध करने पर एक लड़की को कथित रूप से आग लगा दी गई थी। 23 वर्षीय पीड़िता 60 प्रतिशत जल चुकी थी और वर्तमान में एक अस्पताल में अपने जीवन के लिए लड़ रही है। लड़की की मां के अनुसार, एक लड़का उसे तीन साल से परेशान कर रहा था। अहियापुर थाने में शिकायत दर्ज की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने कहा कि आरोपी राजा राज को अब गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। एक अन्य गंभीर घटना में बिहार के बक्सर जिले में अपने ही परिवार के सदस्यों द्वारा कथित सम्मान हत्या में एक महिला को जला दिया गया। पुलिस ने कहा कि मृतक के माता-पिता और उसके बड़े भाई को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
खेत में मिला महिला का अर्धनग्न शव , दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
क्या अजीब बात है कि ये मामले सरकार के दावे के बावजूद लगातार अंतराल पर हो रहे हैं कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है। पुलिस ने इस मुद्दे पर बोलने से इनकार कर दिया है, केवल यह कहकर कि घटनाओं की जांच की जा रही है।
बिहार एक्सप्रेस से बात करते हुए पटना विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर भारती एस कुमार ने कहा: “पुलिस अपना कर्तव्य निभाएगी, लेकिन यह एक सामाजिक समस्या है। लोगों को महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक महिलाओं के खिलाफ अपराध उठता रहेगा।”
आखिर कब मिलेगा पीड़ित लड़कियों को न्याय ? शायद तब मिलेगा न्याय जब किसी अफसर या मंत्री-नेता आदि बड़े आदमी की बेटी,बहु या घर की स्त्री की इज़्ज़त लुटेगी। तब तक के लिए लड़कियों का कब्रिस्तान बना ही रहेगा बिहार।